राजनैतिक पार्टियां कोरोना को फैलाने में साबित हो रही हैं मददगार
दीपक रैकवार
छतरपुर। जब से देश में कोरोना ने कदम रखा तब से प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक यहां तक कि देश का हर छोटा बड़ा नेता एक ही बात कह रहा है कि कोरोना से बचाव का एक ही रास्ता है कि भीड़ भाड़ में जाने से बचे और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें। अगर जनता इन नियमों की अव्हेलना करती है तो उस पर जुर्माना ठोका जाता है लेकिन यही काम देश की प्रमुख एवं जिम्मेदार राजनैतिक पार्टियों के नेता एवं सरकारों में बैठे लोग कर रहे हैं तो उनके खिलाफ न तो कोई कार्रवाई हो रही है और न ही उन्हें कोई कुछ कह रहा है। यहां तक कि जब से कोरोना महामारी फैली है तक से धार्मिक रैलियों पर भी रोक लगी है लेकिन राजनैतिक रैलियां बराबर हो रही हैं तथा राजनैतिक सभाओं का आयोजन भी किया जा रहा है। आखिर इस देश में राजनैतिक रैलियों पर रोक क्यों नहीं लगायी जा रही है, क्या नेता कानून से भी बड़े हैं?
नेता उड़ा रहे हैं नियमों की धज्जियां
मध्यप्रदेश विधानसभा की 28 सीटों में उप चुनाव हो रहे हैं हालांकि चुनाव 28 सीटों में हो रहे हैं लेकिन प्रदेश की दोनों राजनैतिक पार्टियां कांगे्रस एवं भाजपा के लिये यह चुनाव करो एवं मरो जैसे हैं। इस उप चुनाव में जो भी जीतेगा वहीं आगे की सरकार चलायेगा। यही कारण है कि दोनों पार्टियां कोरोना काल में भी शासन के दिशा निर्देशों की जमकर धज्जियां उड़ा रहीं हैं। अभी हाल ही में मुख्यमंत्री बड़ामलहरा विधानसभा क्षेत्र में आये थे जहां पर उन्होंने सभा की जिसमें सोशल डिस्टेसिंग का खुला उल्लंघन किया गया। जानकारी यह है कि बड़ामलहरा से भाजपा के विधायक पद के उम्मीदवार प्रदुम्न लोधी के दो सुरक्षा गार्ड संक्रमित पाये गये हैं। इस कार्यक्रम मेंं जिले के तमाम नेता भी शामिल हुये थे। हो सकता है कि उस कार्यक्रम में शामिल और भी नेता एवं कार्यकर्ता संक्रमण के शिकार पाये जाये।
लगातार बिगड़ रहे हैं हालात
यह देखा जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। छतरपुर में ही जहां दो-चार मामले निकला करते थे अब यह संख्या एक दिन में 50 से ऊपर तक पहुंच रही है। इतनी तेजी से संक्रमण के बढऩे के बावजूद राजनैतिक रैलियों एवं सभाओं पर रोक न लगना एक प्रकार से जनता को मौत के मुंह में धकेलना कहा जा रहा है और यह काम सत्ता के लालच में राजनैतिक पार्टियों के जिम्मेदार लोगों द्वारा किया जा रहा है।
जनता को भी रहना चाहिए सावधान
इस समय परिस्थितियां अनुकूल नहीं हैं। कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है इसलिये लोगों को भी किसी प्रलोभन या दबाव में नहीं आना चाहिए और चाहे वह राजनैतिक कार्यक्रम हो या और कोई भीड़ भाड़ में जाने से बचना चाहिए। अगर उन्होंने ऐसी सावधानी नहीं बरती तो यह उनके लिये जानलेवा साबित हो सकती है।
घर घर जाकर कर सकते हैं प्रचार
समाज के जिम्मेदार लोगों का कहना है कि राजनैतिक पार्टियां अपने चुनाव का प्रचार घर-घर जाकर कर सकती हैं। इस समय जब कोरोना की महामारी जोरों से फैल रही है ऐसे समय में शक्ति का प्रदर्शन करने से सभी को बचना चाहिए। उप चुनाव में घर घर जाकर भी प्रचार किया जा सकता है और लोगों से अपनी बात कही जा सकती है। राजनैतिक पार्टियों को चाहिए कि वह कोरोना से बचाव के लिये जो नियम उनके द्वारा ही बनाये गये हैं कम से कम वह तो उनका पालन जरूर करें।
जब धार्मिक रैलियों पर रोक, तो राजनैतिक रैलियों पर रोक क्यों नहीं