कमजोर और मानसिक विक्षिप्तों को दिखाएं दिशा
 

दो दिवसीय सेमिनार मे डॉक्टर संजय शर्मा ने समझाया मेंटल एक्ट

छतरपुर। अजाक थाना की ओर से दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार का विषय था कि कमजोर और मानसिक रुप से विक्षिप्त लोगों को कैसे लाभ दिलाया जा सके। मानसिक विक्षिप्तों के सेवक डॉ संजय कुमार शर्मा ने उपस्थित  पुलिस अधिकारियों को मेंटल एक्ट 2017 के बारे में जानकारी दी और मन में आए सवालों का उत्तर दिया।

पुलिस लाइन में स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में अनुसूचित जाति थाना प्रभारी की ओर से दो दिवसीय पुलिस अधिकारियों का सेमिनार रखा गया । इस प्रशिक्षण और सेमिनार में डीएसपी, टीआई, सीएसपी, प्रशिक्षु डीएसपी सहित अन्य पुलिस अधिकारी शामिल हुए। समाज के कमजोर वर्ग को ताकत देने के लिए अधिनियम बनाया गया है इतना ही नहीं विभिन्न परिस्थितियों में मानसिक संतुलन खो बैठे लोगों को उपचार दिलाने के लिए शासन द्वारा व्यवस्था की गई है बशर्ते इन व्यवस्थाओं और अधिनियम का हम उपयोग कर सकें। डॉ संजय कुमार शर्मा ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि मेंटल एक्ट 2017 में प्रावधान है कि मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति को न्यायालय की मदद से मानसिक आरोग्यशाला पहुंचाया जा सकता है जहां संबंधित व्यक्ति का निशुल्क इलाज हो सकता है और वह फिर से समाज की मुख्यधारा में जुड़ सकता है लेकिन न्यायालयीन प्रक्रिया के कारण कई बार मानसिक विक्षिप्तों को अस्पताल तक नहीं भिजवाया जाता। पुलिस अधिकारियों के समक्ष व्याख्यान देते हुए डॉ शर्मा ने कहा कि कानून का यह दायित्व है कि वह समाज के कमजोर व्यक्ति को भी जीने का आधार प्रदान करें।

 वेबीनार से नामचीन लोगों तक पहुचाया व्याख्यान

 पुलिस अकादमी भोपाल की ओर से आयोजित तीन दिवसीय सेमिनार से जुडऩे का अवसर डॉ संजय कुमार शर्मा को भी मिला । इस सेमिनार में न केवल पुलिस अधिकारी बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों से नामचीन लोग जुड़े थे। कोरोना महामारी के कारण लोग अवसाद की स्थिति में आ गए हैं। दिमागी संतुलन बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि खालीपन खत्म करें। पुलिस प्रशिक्षण अकादमी के एसपी नीरज पांडे की ओर से आयोजित सेमिनार से जुड़कर डॉ संजय कुमार शर्मा ने न केवल मेंटल एक्ट 2017 के बारे में न केवल अपने विचार साझा किए बल्कि देश भर से जुड़े लोगों की मन की जिज्ञासाए भी शांत की। इस सेमिनार में विशेष पुलिस महानिदेशक सुश्री अरुणा मोहन राव, सामाजिक न्याय मंत्रालय की सदस्य सुश्री लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी, पुलिस अकादमी के उपायुक्त विनीत कपूर, डायरेक्टर एनआईएसडी डॉ वीरेंद्र मिश्रा, प्रो. राजेश कुमार सहित अन्य लोग शामिल रहे।